Saturday, June 18, 2016

मम्मी, माँ और अम्मी.... फॉर एन इंडियन डॉटर......

मेरी मम्मी.... तेरी अम्मी....
और उसकी माँ... अलग होकर
भी एक-सी क्यों है ?
मेरी मम्मी की रोटी... तेरी माँ की
बिरयानी और उसकी माँ की
दाल... अलग होकर भी एक
सा स्वाद क्यों देती है ?
मेरी मम्मी का सूट... तेरी अम्मी
का हिजाब और उसकी माँ
की साड़ी... अलग है, पर इन
सब में वो एक सी क्यों दिखती है ?
सोच रही हूँ, हमारे देश में,
सब माएं एक सी क्यों होती है.....

मनीष

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